शुभम सिंह बघेल
*रीवा* बिजली आन्दोलन शुरू करने वाले विजय मिश्रा बिजली आन्दोलन की समाप्ति के सवाल पर कहा कि 06 दिसंबर 2023 को पूरा एक वर्ष हो जाने के बाद अपने सहयोगियों से विचार करेंगे। विजय मिश्रा ने बताया कि विधुत उपभोक्ताओं के लिए यह खुशी की बात है कि पुलिस विभाग के मध्य प्रदेश के मुखिया पुलिस महानिदेशक भोपाल ने बिजली आन्दोलन के मुद्दे पर संज्ञान लिया है। पुलिस महानिदेशक भोपाल का पत्र क्रमांक/डीजी 2240/23 में विधुत विभाग की लूटमार बावत जानकारी मांगी गई है। विजय मिश्रा ने कहा कि पुनः सरकार बनने पर भले ही प्रशासन दबाव में आ जाये तथा आन्दोलन की मांग पूरी न हो। लेकिन विधुत विभाग को सदैव यह भय रहेगा कि पुलिस कार्रवाई हो सकती है। जिस कारण संभवत-अब अगले महीनों से विधुत विभाग की मनमानी पर रोक लगेगी। विजय मिश्रा ने कहा कि अभी तक पुलिस विभाग यही कहती थी कि बिजली मुद्दे पर हम कुछ नहीं कर सकते। पुलिस महानिदेशक भोपाल का बिजली ली A आन्दोलन पर ध्यान दिया जाना, विधुत उपभोक्ताओं के लिए राहत को बात है। विदित हो की सामाजिक कार्यकर्ता विजय मिश्रा एवम सैकड़ों धरना-प्रदर्शन के अलावा वर्ष 2014 में महिला रक्षार्थ 13 दिन का आमरण अनशन, 2015 में विधुत विभाग के विरुद्ध रीवा से भोपाल मुख्यमंत्री निवास तक पदयात्रा, 2016 में लगातार 125 दिन बिछिया नदी सफाई अभियान, 2017 में म०प्र० उच्चन्यालय के गेट नंबर 3 में तत्कालीन एडीजे के साथ अनशन, 2017 में ही स्वच्छता अभियान की मीडिया के साथ रीवा से छिंदवाड़ा पोल खोल यात्रा, 408 दिन का न्यायालय स्थानांतरण के विरोध में दिन-रात अनशन, 2019 में पूरे विश्व से कोरोना मुक्त हेतु गणपति बप्पा से मनौती मांगने रीवा से मुंबई पदयात्रा, 2022 में अधिवक्ताओं की 4 सूत्रीय मांगों को लेकर दुवारा रीवा से भोपाल मुख्यमंत्री निवास तक पदयात्रा प्रमुख रही हैं। शनिवार को विजय मिश्रा के समर्थन में समाजसेवी विष्णुकांत विश्वकर्मा, सत्याग्रही डा.तोषण सिंह, एड. कुलदीप सिंह, राजेश कुमार चतुर्वेदी, विष्णु सोनी, अविनाश श्रीवास्तव, ओंकार कुशवाहा, एड. अरुण तिवारी, रामायण केशरी, प्रकाश सिंह, प्रमोद सिंह, दुर्गेश तिवारी, संतोष श्रीवास्तव, अमित कुमार पांडेय, एड.बी.के.माला, हारुन अंसारी, आशा त्रिपाठी, एड. दीपक गुप्ता आदि गणमान्य नागरिक रीवा कमिश्नर कार्यालय के सामने धरना स्थल में उपास्थित हुए।