सिंगरौली एवं देवसर विधायक सहित जिले के आला अधिकारी मौके एवं एनडीआरएफ की टीम घटना स्थल पर पहुच
सिंगरौली 29 जुलाई। बरगवा थाना क्षेत्र के कसर गांव के एक खुले बोरवेल में तीन साल की मासूम बच्ची के गिरने की खबर पूरे उर्जाधानी में आग की तरह फैल गई है। यह घटना आज शाम 4 बजे की है। घटना की सूचना मिलते ही देवसर एवं सिंगरौली विधायक,कलेक्टर,एसपी, एनसीएल सीएमडी, निगमायुक्त, टीआई सहित अन्य अधिकारी एवं एनडीआरएफ की टीम मौके से घटना स्थल पहुच राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया है। बच्ची करीब 20 से 25 फिट नीचे फसे होने की संभावना जताई जा रही है। वही घटना स्थल पर 6 जेसीबी मषीन खोदाई करने में लगी है साथ ही मेडिकल टीम भी मौके पर मौजूद है।
जानकारी के अनुसार पिंटू साहू की 3 वर्षीय पुत्री सौम्या साहू शाम करीब 4 बजे बकारियो के पीछे पीछे मकाई के खेत में जा रही थी कि पैर फिसलने से करीब 8 साल पुराने घर के समीप खेत में खुले बोरवेल में गिर गई। वहां पर मौजूद लोगों द्वारा 20 फीट गहराई में बच्ची के फंसे होने का अंदेशा व्यक्त किया गया है। लेकिन बच्ची किस पोजिषन में कहाँ और किस हालात में फसी है, इसका पता नही चल सका है। मासूम बच्ची के खुले बोरवेल में फंसे होने की जानकारी मिलने के बाद देवसर विधायक राजेन्द्र मेश्राम, सिंगरौली विधायक रामनिवास शाह, कलेक्टर चन्द्रषेखर शुक्ला, एसपी निवेदिता गुप्ता, एनसीलएल सीएमडी बी. साई नाथ,नगर निगम आयुक्त डी के शर्मा, जीएम गोरबी ब्लाक बी, भाजपा नेता सुन्दर लाल शाह, बरगवा टीआई षिवपूजन मिश्रा के साथ ही रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य में जुट गये हैं। मौके पर मौजूद आला अधिकारियों द्वारा प्रयास किया जा रहा है किसी भी हालत में बच्ची को सही सलामत निकाला जा सके, इसके लिए सारी प्रक्रियाए की जा रही है। बचाव कार्य में 4 जेसीबी मशीन, एसडीआरएफ की टीम, एंबुलेंस के साथ ही एनसीएल की एक टीम मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य में जोर शोर से लगी हुई है। जानकारी बताया जा रहा है कि करीब सात आठ साल पूर्व भूमिस्वामी ने बोरवेल कराने के बाद उसमें केसिंग नही डालाया था। जिसकी वजह से यह घटना घटी है। बताते चले कि दो महिने पूर्व कलेक्टर द्वारा आदेश जारी किया गया था कि किसी भी पोजिशन में बोरवेल को खुला नही रखा जाय, और कोई भी कुऑ जगत विहीन न हो इसके बावजूद ग्रामीणो के साथ साथ पंचायत के पदाधिकारियो की भी घोर लापरवाही सामने आई है। अब सवाल उठ रहा है कि क्या इस हादसे के बाद प्रषासन की नीद टूटेगी और दफ्तर में बैठकर एनओसी देने वाले पंचायतो के पदाधिकारियो पर एफआईआर दर्ज कराई जायेगी। इस बात को लेकर अब चर्चा का विषय भी तेज हो गई है
मक्के के खेत पर था खुला बोर
जानकारी के अनुसार भूमि स्वामी ने करीब सात आठ साल पूर्व बोर का उत्खनन कराया था। लेकिन उसमे क्रेसिंग नही डाली गई थी। बोर के चारो ओर पत्थर ढक दिया गया था। लेकिन मक्के की बुवाई के समय पत्थर हट गया था। आज सौम्या मक्के के खेत में अपने परिजनो के साथ जा रही थी कि अचानक वह गिर पड़ी। बताया जा रहा है कि यदि क्रेसिंग लगा होता और बोर ढका होता तो यह हादसा नही होता। कही न कही भू स्वामी की भी लापरवाही सामने आई है। यह घटना पिंटू के घर से महज 70 मीटर दूर की है।
आज सौम्या का था जन्मदिन
परिजनो के अनुसार आज सौम्या साहू का जन्मदिन भी था आज से तीन साल पूरा हो गई थी। लेकिन गहरे बोरबेल में सौम्या के गिरने के बाद परिजन काफी चिंतित नजर आने लगे है। यदि अधिकारियो की बात माने तो बोरवेल मे पानी भी भरा है और रात 8 बजे तक कोई चहल पहल व आहट भनक नही लग रही थी। रेस्क्यू के लिए 6 जेसीबी मषीने एवं चैन माउंटेन मषीन के द्वारा समानांतर गड्डा बनाकर रेस्क्यू का प्रयास किया जा रहा है। वही बच्ची के जान के सुरंक्षा के लिए पाईप से आक्सीजन पहुचाई जा रही है।
इनका कहाना है।
सात आठ साल पुराना बोर था 3 साल की बच्ची सौम्या बोर में गिर गई है जानकारी मिलते ही एनडीआरएफ सहित अन्य टीमे राहत एवं बचाव कार्य में लगी है। करीब 20 फिट गहराई में सौम्या के फसें होने की संभावना है बनारस से भी रेस्क्यू टीम बुलाई जा रही है।
निवेदिता गुप्ता
एसपी सिंगरौली