Monday, December 23, 2024
spot_img
Homeअन्य अपडेटस्वीडन के लुलिया यूनिवर्सिटी आफ टेक्नोलॉजी के प्रोफे. उदय कुमार से संवाद...

स्वीडन के लुलिया यूनिवर्सिटी आफ टेक्नोलॉजी के प्रोफे. उदय कुमार से संवाद सेशन

विंध्य स्टोरी सतना/ स्वीडन के लुलिया यूनिवर्सिटी आफ टेक्नोलॉजी के प्रोफे. उदय कुमार से संवाद सेशन। भारत भूमि से लगाव खींच लाता है देश में,प्रो,उदय कुमार। सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी सतना में एडवाइजर टू चांसलर प्रो.उदय कुमार का संवादात्मक सत्र 6 नवंबर को वि.वि.के ओपन एयर थिएटर में रखा गया। इस मौके पर प्रो.उदय कुमार ने कहा की एकेएस यूनिवर्सिटी की ख्याति अब देश विदेश में है।भारत भूमि से लगाव ही मुझे देश में खींच लाता है । प्रो.कुमार, चेयर प्रोफेसर डिवीजन ऑपरेशन एंड मेंटिनेस इंजीनियरिंग और डायरेक्टर लूलिया यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी, स्वीडन में कार्यरत हैं। प्रो. उदय कुमार ने कहा की भारत की सोंधी मिट्टी कहीं भी नहीं भूलते ।स्वीडन मेरी कर्मभूमि है पर भारतीय परंपराओं का अनुपालन परिवार की परिपाटी है। एकेएस विश्वविद्यालय में संवाद करते हुए उन्होंने बताया की लूलिया यूनिवर्सिटी में 15000 स्टूडेंट्स अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रैजुएट प्रोग्राम्स के लिए एनरोल्ड हैं। यूनिवर्सिटी में रिसर्च के कार्यक्रम बेहतर तरीके से होते हैं। रिसर्च के क्षेत्र में इंटरनेशनल और नेशनल कंपनी के साथ विधिवत कोलैबोरेशन है। इस दौरे पर एकेएस और लूलिया यूनिवर्सिटी के बीच फैकल्टी एक्सचेंज,स्टूडेंट एक्सचेंज, रिसर्च और इनोवेशन के फील्ड में मेमोरेंडम आफ अंडरस्टैंडिंग की भी बात उन्होंने कही। संवाद सत्र की शुरुआत से पूर्व मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन माल्यार्पण हुआ। विश्वविद्यालय के कुल गीत युग युग के निर्माण की उन्होंने मुक्त कंठ से प्रशंसा की। अतिथि सत्कार के बाद विश्वविद्यालय के प्रांगण में उपस्थित समस्त जनों से उनका परिचय कराया गया । इसके पश्चात इंटरएक्टिव सेशन में उन्होंने विभिन्न संकाय के डीन, डायरेक्टर्स और फैकल्टी मेंबर्स के साथ स्टूडेंट्स के सवालों के जवाब भी दिए। पहले दिन के कार्यक्रम के अंत में उन्हें मोमेंटो शॉल और श्रीफल देकर सम्मानित किया गया इस मौके पर विश्वविद्यालय के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो.बी.ए. चोपडेऔर कार्यक्रम के संयोजक इंजीनियरिंग डीन प्रो.जी.के. प्रधान के साथ विश्वविद्यालय के समस्त संकायों के विशिष्टजन उपस्थित रहे। इंटरएक्टिव सेशन की कड़ी को फैकल्टी प्रजा श्रीवास्तव ने बखूबी जोड़ा और संवाद सत्र का समूचा समन्वय डॉ. जी. के. प्रधान, प्रो. अनिल मित्तल के साथ संकाय के फैकल्टी ने किया। संवाद सत्र के अंतिम सेशन को भारतीय संस्कृति और सभ्यता के परिपेक्ष में सुंदर नृत्य की प्रस्तुतियों ने पूर्ण किया जिसमें विश्वविद्यालय की छात्राओं श्रृष्टि सोनी,सुकृति सोनी ने शास्त्रीय नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments