छोटे पुत्र जो कि शिक्षक हैं व बड़े भाई के साथ
मिलकर पेंशन राशि का दुरपयोग👀
पत्रकारों को फोन से दे रहे धमकी
कहावत बनी है कि नकल के लिए भी अकल चाहिए
फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र का मामला उजागर
शासन को गलत जानकारी देकर गुमराह किया गया है 420 का प्रकरण हो सकता है पंजीबद्ध जांच हुई तो सारी सच्चाई सामने आ जाएगी जानकारी के अनुसार लगभग शासन को कई लाख रुपए तक चुना लगाया गया है।मृतक धोबहट पोस्ट मुकुंदपुर निवासी है मृत्यु प्रमाण पत्र पूरी तरह फर्जी है इसका प्रमाण हमारे पास उपलब्ध है !
फर्जी मृत्यु प्रमाण जारी करने वालों पर भी जांच के बाद हो सकती है कार्यवाही जाली प्रमाण पत्र का एक बड़ा नेटवर्क, गिरोह सक्रिय मामला कोर्ट तक पहुंचा!
फर्जी मृत्यु प्रमाण बनाने वाले के ऊपर भी कार्यवाही होनी चाहिए
शिक्षा विभाग वं बैंक को भी गलत जानकारी देकर गुमराह किया गया है बैंक ने जब उक्त व्यक्ति की जीवित प्रमाण पत्र मागा तब….. ने चंद पैसो की लालच में आकर कुट रचित दस्तावेज तैयार कर लगा दिया…..राजनीतिक रसूक के चलते मामला दबा हुआ था ।
छोटे पुत्र और उसके बड़े भाई ने पेंशन राशि का दुरुपयोग किया है। उन्होंने फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करवाया और शासन को गलत जानकारी दी। इस मामले में लाखों रुपये का घोटाला हुआ है। जांच में पूरी सच्चाई सामने आने की उम्मीद है। क्या इस मामले में शामिल लोगों को सजा मिलेगी?
इस मामले में गंभीर धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार की झलक दिखाई देती है। फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करना एक गंभीर अपराध है और इस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। यह चिंताजनक है कि शासन और बैंक जैसे संस्थानों को गलत जानकारी देकर धोखा दिया गया। क्या इस मामले में शामिल लोगों को उचित सजा मिलेगी?