Monday, January 13, 2025
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समाज में दबाव से वर्तमान शिक्षा व्यवस्था पर विशेष प्रस्तुति वीर बाल दिवस पर शासकीय पी.के.सीएम राइज स्कूल रीवा में हुआ विशेष कार्यक्रम

विंध्य स्टोरी समाचार पत्र,भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के निर्देश पर उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृ मेंतिक केंद्र प्रयागराज और आर्ट प्वाइंट सांस्कृतिक समिति रीवा द्वारा शासकीय प्रवीण कुमारी कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (सीएम राइज) रीवा में वीर बाल दिवस का आयोजन बड़े धूमधाम से किया गया। इस अवसर पर बच्चों को वीरता, बलिदान और देशभक्ति का संदेश देने के लिए अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस आयोजन में स्थानीय संस्थाओं जैसे मण्डप सांस्कृतिक शिक्षा कला केंद्र, रावेन्द्र प्रताप सिंह शिक्षा सांस्कृतिक समिति, द एप्पल ट्री एजुकेशनल एंड सोशल वेलफेयर सोसाइटी, तथा रंग अनुभव नाट्य समिति के सदस्य भी उपस्थित रहे।

 

कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के सभागार में मां सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्वलन से हुई, दीप प्रज्वलन जिला शिक्षा अधिकारी सुदामा लाल गुप्ता एवं प्राचार्य सीएम राइज स्कूल रीवा वरुणेंद्र प्रताप सिंह ने किया । इस अवसर पर उन्होंने गुरु गोविंद सिंह जी के दोनों शाहिद साहबजादों के छाया चित्र में श्रद्धासुमन अर्पित किए और बताया कि यह दिन हमारे देश के वीर बालकों के अद्वितीय साहस और बलिदान की याद दिलाता है। वीर बाल दिवस केवल बच्चों के लिए एक पर्व नहीं, बल्कि यह देशभक्ति और मानवता के मूल्यों को समझने और अपनाने का एक माध्यम है।

 

*वीर बाल दिवस का ऐतिहासिक महत्व*

 

वीर बाल दिवस की शुरुआत गुरु गोविंद सिंह जी के साहबजादों— बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह के बलिदान को श्रद्धांजलि देने के रूप में की गई। ये दोनों बालक 19 वर्ष से कम की आयु में शहादत को प्राप्त हुए थे, जब उन्होंने मुग़ल साम्राज्य के अत्याचारों के खिलाफ युद्ध किया। उनका जीवन त्याग, साहस और देशभक्ति का प्रतीक है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य बच्चों में वीरता और देशप्रेम की भावना का प्रसार करना है, ताकि वे अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक और प्रेरित हो सकें।

 

*कार्यक्रम का आकर्षण*

 

कार्यक्रम में गुरु गोविंद सिंह जी के साहिबजादों के जीवन पर आधारित एक फिल्म का प्रदर्शन किया गया, जिसे उपस्थित दर्शकों ने बड़े ध्यान से देखा। इसके बाद गायन, नृत्य और भाषण जैसे विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। गायन प्रस्तुति में यशो शास्त्री और उनके साथी, भाषण में अभय सिंह बघेल और अनुप्रिया सिंह ने भाग लिया, जबकि नृत्य विधा में भाव्या श्रीवास्तव और आर्द्रा भारतेश ने अपनी प्रस्तुति दी। इसके अतिरिक्त, पपेट शो (कठपुतली) आर्ट पाइंट रीवा के छात्र छात्राएं दिव्यांशी, समृद्धि, आरुषि, प्रेरणा , दिवा, देवश्री, आर्या, निकिता, अंजली , अस्तित्व, उत्कर्ष, अनुज,आंचल, रिया, आकृति विश्वकर्मा और दिव्यांशु आदि बच्चों ने अपने अभिनय से विशेष ध्यान आकर्षित किया और उन्हें हंसी-खुशी के साथ प्रेरणा दी।

 

कार्यक्रम के संचालन का कार्यक्षेत्र क्षितिज पाण्डेय ने संभाला, जबकि कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला शिक्षा अधिकारी रीवा सुदामा लाल गुप्ता, प्राचार्य वरुणेंद्र सिंह, आर्ट प्वाइंट के संचालक सुधीर सिंह, नाट्य कलाकार विपुल सिंह, विनोद मिश्रा, प्रसून मिश्रा और विद्यालय की छात्राएं एवं स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे। इसके साथ ही कलाप्रेमी दर्शकों ने भी कार्यक्रम का भरपूर आनंद लिया।

 

*बच्चों के लिए प्रेरणा*

 

प्राचार्य वरुणेंद्र प्रताप सिंह ने इस अवसर पर बच्चों से कहा, “वीर बाल दिवस बच्चों को यह सिखाता है कि सच्चे नायक वही होते हैं जो न केवल अपनी जान की परवाह किए बिना देश की सेवा करते हैं, बल्कि अपने कर्तव्यों के प्रति समर्पण का उदाहरण प्रस्तुत करते हैं। यह आयोजन बच्चों में अच्छे संस्कार और देशभक्ति के बीजारोपण का कार्य करेगा।”

जिला शिक्षा अधिकारी रीवा सुदामा प्रसाद ने कहा कि वीर बाल दिवस का आयोजन न केवल हमारे इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना की याद दिलाता है, बल्कि यह बच्चों को साहस, संघर्ष और राष्ट्रप्रेम के उच्चतम आदर्शों से परिचित कराता है। इस प्रकार के आयोजनों से बच्चों में अच्छे संस्कार और समाज के प्रति संवेदनशीलता का विकास होता है, जो उन्हें जीवन के हर क्षेत्र में सकारात्मक रूप से मार्गदर्शन प्रदान करता है।

 

कार्यक्रम में उपस्थित सभी छात्राओं और दर्शकों ने इस प्रेरणादायक आयोजन से अत्यधिक प्रेरणा प्राप्त की है । आभार प्रदर्शन में कुंवर सुधीर सिंह ने कहा यह आयोजन बच्चों को न केवल वीरता की प्रेरणा देता है, बल्कि उन्हें अपने राष्ट्र के प्रति समर्पण और त्याग की महत्ता को समझाता है। हम सभी के आभारी हैं ।

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