सड़कों से निराश्रित गौवंश हटाने का अभियान चलानेक
लेक्टर रीवा प्रतिभा पाल ने दिए आदेश
विंध्य स्टोरी समाचार रीवा : वर्षाकाल शुरू होते ही निराश्रित गौवंश एवं अन्य पशु सूखे स्थान की तलाश में सड़कों में आश्रय लेते हैं, सड़कों में गौवंश बड़ी दुर्घटना का कारण बनते हैं इसमें वाहन सवारों को नुकसान पहुंचने के साथ गौवंश को भी क्षति होती है, सड़कों से गौवंश को हटाकर वाहन दुर्घटनाओं को रोकने और गौवंश को सुरक्षित करने के उद्देश्य को पूरा करने कलेक्टर ने निर्देश जारी किये है,
कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने जिले की सभी प्रमुख सड़कों से निराश्रित गौवंश को हटाने के लिए अभियान चलाने के आदेश दिए हैं,
कलेक्टर ने कहा है कि जिले के नेशनल हाईवे के… चोरहटा से मनगवां तक की सड़क,
मनगवां से चाकघाट तक की सड़क तथा रीवा से सेमरिया,
रीवा से गोविंदगढ़, रीवा से सिरमौर एवं रीवा से बदवार तक की सड़क से निराश्रित पशुओं को हटाने का अभियान चलाया जाय,
नेशनल हाईवे लोक निर्माण विभाग, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना तथा मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम मिलकर पशुओं को सड़कों से हटाने का अभियान चलाएं,
इस कार्य में पशुपालन विभाग,
नगर निगम, नगर पंचायत तथा ग्राम पंचायतें सहयोग करेंगी,
निराश्रित गौवंश को सड़कों से हटाकर आसपास की गौशाला में सुरक्षित कराएं,
जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गौशालाओं में गौवंश को रखने के लिए समुचित व्यवस्था करें,
यदि गौशालाओं में स्थान रिक्त नहीं है तो गौशाला के आसपास खाली भूमि पर अस्थाई बाड़ा बनाकर गौवंश को रखें, इनके भूसा, चारा, पानी और उपचार की पूरी व्यवस्था करें,
आयुक्त नगर निगम, सीएमओ तथा जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आमजनता को मुनादी कराकर पालतु पशुओं को न छोड़ने की सूचना दें,
इसके बाद यदि निराश्रित गौवंश सड़कों पर पाया जाता है तो प्रति गौवंश पशुपालक पर एक हजार रुपए का जुर्माना लगाने के साथ-साथ प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करके दण्डात्मक कार्यवाही करें, कलेक्टर ने उप संचालक पशुपालन को गौवंश को सड़कों से हटाने के अभियान में समन्वय की जिम्मेदारी दी है, लेकिन अभी तक प्रशासनिक अमला सक्रिय नहीं हुआ है जिससे आवारा मवेशी सड़क को ही एशगाह बनाये हुए है, देखना यह होगा कि जिला कलेक्टर के आदेश का कितना असर क्षेत्र में होता है।