विंध्य स्टोरी समाचार भोपाल
•सच्चाई की जीत : राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी ने अनुसूचित जाति के दो पात्र विद्यार्थियों को न्याय दिलवाकर ट्रेनिंग तक पहुंचाया
•राज्य मंत्री के प्रयासों से बहाल हुआ सामाजिक न्याय, मुख्यमंत्री ने दिए तत्काल जांच के आदेश
•”हर वर्ग, हर समाज के युवाओं के साथ हर संघर्ष में खड़ी हूं” — राज्य मंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी
राज्य वन सेवा परीक्षा 2023 में अनुसूचित जाति वर्ग से चयनित दो अभ्यर्थी — सुश्री रजनी बागरी एवं श्री टिंकू कुमार बागरी — को आरक्षण का लाभ अयोग्य बताते हुए चयन सूची से बाहर कर दिया गया था। इन दोनों प्रतिभाशाली युवाओं को बागरी समाज का सदस्य मानने के बावजूद उन्हें अनुसूचित जाति का लाभ नहीं दिया गया, और उन्हें राजपूत/ठाकुर जाति से संबंधित बताते हुए अयोग्य ठहराया गया।
इस गंभीर अन्याय को लेकर दोनों चयनित अभ्यर्थियों ने राज्य मंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी से भेंट कर अपनी समस्या साझा की। मंत्री श्रीमती बागरी ने इस विषय को गहराई से समझते हुए तत्काल माननीय मुख्यमंत्री श्री डॉक्टर मोहन यादव जी से भेंट कर इस मामले को उनके समक्ष प्रस्तुत किया।
मुख्यमंत्री जी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच के निर्देश दिए। जांच में यह स्पष्ट रूप से प्रमाणित हुआ कि बागरी समाज अनुसूचित जाति वर्ग में ही आता है और दोनों अभ्यर्थी पूरी तरह से आरक्षण के पात्र हैं। परिणामस्वरूप, उन्हें पुनः चयन सूची में सम्मिलित किया गया और अब दोनों प्रशिक्षण हेतु नियुक्ति प्राप्त कर चुके हैं।
यह निर्णय केवल दो युवाओं की नियुक्ति नहीं है, बल्कि यह पूरे बागरी समाज की गरिमा की पुनर्स्थापना और संविधान प्रदत्त अधिकारों की रक्षा का प्रतीक है।
आभार :
इस पूरे प्रकरण के निष्पक्ष समाधान के उपरांत, दोनों चयनित अभ्यर्थियों — रजनी बागरी और टिंकू कुमार बागरी — ने पुनः राज्य मंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी जी से भेंट कर अपनी नियुक्ति के लिए आभार व्यक्त किया।
उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी के प्रति कृतज्ञता प्रकट की, जिनकी त्वरित कार्रवाई, गंभीरता और संवेदनशील निर्णयशीलता के कारण उन्हें न्याय मिला और उनका भविष्य सुरक्षित हो सका।
दोनों अभ्यर्थियों ने भावुकता के साथ राज्यमंत्री से कहा –
“यदि आप जैसे सजग, संवेदनशील और साहसी नेतृत्व हमें न मिला होता, तो शायद हमारा सपना अधूरा रह जाता। आपने जिस तत्परता, दृढ़ता और मानवीय संवेदना के साथ यह विषय उठाया, वह वास्तव में प्रेरणादायी है। आपने जो हमारे लिए किया, वह केवल हमारे लिए नहीं, पूरे समाज के लिए प्रेरणा है। आज प्रदेश को ही नहीं, देश को भी आपके जैसे युवा नेतृत्व की आवश्यकता है।”
राज्य मंत्री श्रीमती बागरी ने इस अवसर पर दोनों अभ्यर्थियों के साथ सहभोज कर उज्ज्वल भविष्य की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित कीं।
राज्य मंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी जी ने भी माननीय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि —
हमारा सौभाग्य है कि मध्यप्रदेश को इतना संवेदनशील, सक्रिय और न्यायप्रिय युवा नेतृत्व मिला है। माननीय मुख्यमंत्री जी हर उस पीड़ा को सुनते हैं, जो किसी युवा, किसी समाज या किसी वंचित वर्ग को भीतर तक व्यथित करती है। उनकी संवेदनशीलता और न्याय के प्रति प्रतिबद्धता ही है, जिसके कारण आज इन दो युवाओं को उनका अधिकार और भविष्य दोनों मिला है।
संकल्प :
हर समाज, हर वर्ग के युवाओं की आकांक्षाओं, समस्याओं और अधिकारों के लिए मैं सदैव उनके साथ खड़ी हूं। जब भी अन्याय होगा, मैं सबसे पहले आवाज उठाऊंगी। यह सरकार गरीब, वंचित और शोषित के साथ है, और हमेशा रहेगी।”
— श्रीमती प्रतिमा बागरी, राज्य मंत्री, मध्य प्रदेश शासन