गॉव-गॉव हो रही शराब की पैकोरी को बंद कराने की मांग
सतना-जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दिलीप मिश्रा ने जिला कलेक्टर को सौंपे गए एक ज्ञापन में बताया है कि जिला आवकारी अधिकारी ने कलेक्टर को बिना विश्वास में लिये जिले की कुछ शराब दुकानों को सुप्रीम कोर्ट के निर्देश वर्ष 2016 का उल्लंघन करते हुये पंचायतों के स्टेट हाईवे व नेशनल हाईवे में 230 फिट के अंदर दुकान खोलने की अनुमति प्रदान कर कोर्ट के आदेष की अवहेलना की है ! श्री मिश्रा ने आबकारी विभाग के संरक्षण में सर्किट हाउस चौक के पास स्थापित शराब की दुकान पर पुलिस बैरिकेट्स तोड़ कर दुकान संचालित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस दुकान की वजह से लगने वाले जाम के कारण आये दिन दुर्घनाएं हो रही हैं !
श्री मिश्रा ने सवाल खड़ा करते हुये कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश को बदलने का अधिकार जिला आवकारी अधिकारी को कब से मिल गये। श्री मिश्रा ने सौंपे गए ज्ञापन में गांव-गांव शराब की हो रही पैकोरी पर रोक लगाने की मांग करते हुये 250 गांवों की सूची जिला कलेक्टर को सौंपी जहॉं पर आवकारी अधिकारी व उनके स्टाफ के संरक्षण में अपने व्यक्तिगत हितों को साधने के लिये गांव-गांव पैकोरी कराई जा रही है। कांग्रेस अध्यक्ष श्री मिश्रा ने दावा किया है कि हर गांव में किराना की दुकानों से लेकर पान की दुकानों तक में शराब बेची जा रही है। श्री मिश्रा ने अपने पत्र में कहा है कि निर्धारित दुकानों के अलावा जिस प्रकार से हर जगह शराब की पैकोरी की जा रही है उससे न केवल युवा वर्ग नशें का शिकार हो रहा है बल्कि आपराधिक वारदातें भी बढ़ रही हैं।
श्री मिश्रा ने शराब की पैकोरी को एक गंभीर मामला बताते हुये कहा कि इससे न केवल सामाजिक वातावरण खराब हो रहा है बल्कि नई पीढ़ी नशें की आदी होती जा रही है। इतना ही नहीं आवकारी अधिकारी एवं उनके स्टाफ के संरक्षण में चित्रकूट जैसे धार्मिक स्थल में लगभग 300 पेटी शराब भेजे जाने का मामला गंभीर है। कांग्रेस अध्यक्ष श्री मिश्रा ने यह भी कहा है कि आवकारी विभाग के संरक्षण में मैहर एवं सतना जिले में शराब एमआरपी दरों से अधिक दामों में बेंची जा रही है और विभाग द्वारा अतिरिक्त लाभ कमाया जा रहा है। श्री मिश्रा ने जिले में हो रही पैकोरी को बंद किये जाने एवं इस सम्पूर्ण मामले की जांच कराये जाने की मांग की है। श्री मिश्रा द्वारा उक्त आशय की प्रतियाँ म0प्र0 सरकार के आला अधिकारियों को भी प्रेशित की गई हैं |



