Monday, December 23, 2024
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जबलपुर लोकायुक्त पुलिस ने शुक्रवार शाम को बिजली कंपनियों के मुख्यालय शक्ति भवन में पदस्थ डीजीएम और उसके सहयोगी को 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया

विंध्य स्टोरी समाचार,डीजीएम का नाम हिमांशु अग्रवाल है, जो सोलर एनर्जी विभाग में पदस्थ हैं। लोकायुक्त ने हिमांशु अग्रवाल के सहयोगी हिमांशु यादव को भी मामले में गिरफ्तार किया है। हिमांशु अग्रवाल ने नागपुर की एक निजी सोलर पैनल कंपनी का लाइसेंस रिन्यू करवाने के लिए रिश्वत मांगी थी। पीड़ित ने इस मामले की शिकायत लोकायुक्त पुलिस से की थी, जिसके आधार पर शुक्रवार शाम को कार्रवाई की गई।

 

लाइसेंस रिन्यू करने मांगे 40 हजार रुपये

 

जबलपुर के अधारताल निवासी विष्णु लोधी नागपुर की एक कंपनी में जनरल मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने करीब 12 दिन पहले जबलपुर के सोलर एनर्जी विभाग में ऑनलाइन फॉर्म भरकर आवेदन किया था। इसके बाद फाइल स्वतः ही एडीजीएम और डीजीएम के पास पहुंच जाती है, जिसे अप्रूव करना हिमांशु अग्रवाल की जिम्मेदारी थी।

 

पीड़ित के मुताबिक, वह एक महीने से कार्यालय के चक्कर काट रहे थे, लेकिन हर बार उन्हें काम होने का आश्वासन दिया जाता था। करीब एक सप्ताह पहले हिमांशु अग्रवाल ने लाइसेंस रिन्यू करने के लिए 40 हजार रुपए की रिश्वत मांगी और कहा कि इसके बिना फाइल अप्रूव नहीं होगी। परेशान होकर विष्णु लोधी ने जबलपुर लोकायुक्त एसपी संजय साहू को लिखित शिकायत दी।

आरोपी को लोकायुक्त ने किया रंगे हाथ गिरफ्तार

 

विष्णु लोधी ने बताया कि वह लगातार कार्यालय के चक्कर काट रहे थे। करीब 6 दिन पहले उन्होंने हिमांशु अग्रवाल से लाइसेंस रिन्यू न होने का कारण पूछा, तो उन्होंने कहा कि जबलपुर में आपने 80 किलोवाट का काम लिया था, जिसके हिसाब से प्रति किलोवाट 500 रुपए की दर से 40 हजार रुपए देने होंगे। बाद में 18 तारीख को हिमांशु अग्रवाल ने राशि घटाकर 30 हजार रुपए कर दी।

 

शुक्रवार दोपहर शिकायतकर्ता जब डीजीएम के पास पहुंचे तो वहां अन्य लोग भी मौजूद थे। उन्हें एक नंबर दिया गया और कहा गया कि इस नंबर पर संपर्क करें। विष्णु ने दिए गए नंबर पर कॉल किया और रामपुर चौराहे पर हिमांशु यादव से मुलाकात की। जैसे ही उन्होंने रिश्वत की रकम दी, लोकायुक्त टीम ने हिमांशु यादव को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

 

पूछताछ में आरोपी ने गुनाह कबूल किया

 

लोकायुक्त डीएसपी सुरेखा परमार ने बताया कि पूछताछ के दौरान हिमांशु यादव ने स्वीकार किया कि उसने डीजीएम के कहने पर रिश्वत ली थी। डीजीएम हिमांशु अग्रवाल को बहुत ही शातिर बताया गया है, जिन्होंने रिश्वत लेने के लिए हिमांशु यादव को कहा था। लोकायुक्त ने डीजीएम और प्राइवेट कॉन्ट्रैक्टर को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।

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