विंध्य स्टोरी सतना।।सतना के इतिहास में आज तक किसी झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ नहीं हुई एफआईआर
हर गली चौराहे में डंके की चोट पर क्लिनिक चला आमजन की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं झोलाछाप डॉक्टर
शासन प्रशासन यहां तक कि माननीय न्यायालय भी झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्यवाही करने की बात कह चुका है
सतना जिले में आज एक आयुर्वेदिक डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर की कार्यवाही की गई।नियम विरुद्ध तरीके से इलाज करने एवं क्लिनिक चलाने पर कार्यवाही की सराहना करनी भी चाहिए।इस मामले में कथित क्लिनिक के संचालक डॉक्टर तिवारी थे। डॉक्टर तिवारी पर आरोप है कि वे आयुर्वेदिक डिग्री रखकर एलोपैथिक इलाज कर रहे थे।
*आयुर्वेदिक पर एफआईआर और झोलाछाप को पूरी छूट*
आयुर्वेदिक डाक्टर पर एफआईआर तक तो सब अच्छा है लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल जो सतना जिले की पूरी जनता जिले के चिकित्सा विभाग और जिला प्रशासन से जानना चाहती है वो यह कि अगर आयुर्वेदिक डिग्री रखकर एलोपैथिक इलाज करना इतना बड़ा अपराध है कि इतनी गंभीर धाराओं में प्रशासन को स्वयं पार्टी बनकर और मामले का संज्ञान लेकर एफआईआर करवानी पड़ी तो फिर आखिर उनके ऊपर क्या कार्यवाही होनी चाहिए जिल बिना किसी डिग्री के फर्जी डिग्री और बोर्ड लगाकर पूरे जिले में लगभग हर चौराहे में ताल ठोक कर हर प्रकार का इलाज कर रहे हैं।झोलाछाप डॉक्टरों के बारे में हजारों समाचार लिखे पढ़े जा चुके लेकिन एफआईआर तो दूर की बात मजाल क्या कि कोई प्रशासनिक या चिकित्सा विभाग का अधिकारी उनकी तरफ ढंग से निहार भी ले।



